इंडियन आइडल फेम अरुणिता कांजीलाल बनीं डीप फेक का शिकार: जानें क्या है डीप फेक?

इंडियन आइडल फेम अरुणिता कांजीलाल (Arunita Kanjilal) इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कुछ फेक तस्वीरों का शिकार हो गई हैं. इन तस्वीरों में उन्हें प्रेग्नेंट दिखाया गया है, जिससे सोशल मीडिया यूजर्स चौंक गए हैं. खास बात यह है कि इन तस्वीरों में अरुणिता के साथ उनके करीबी दोस्त और इंडियन आइडल के प्रतियोगी पवनदीप राजन (Pawandeep Rajan) भी नजर आ रहे हैं. इस डीप फेक तस्वीरों में दोनों को कपल की तरह पेश किया जा रहा है, जिससे यह अफवाह और तेजी से फैली.

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इन तस्वीरों को देखकर हैरानी जताई और कुछ ने इसे सच भी मान लिया. कई न्यूज वेबसाइट्स ने इसे मसालेदार खबर की तरह पेश किया, जिससे यह अफवाह और भी ज़्यादा फैल गई. लेकिन, जैसा कि हम जानते हैं, ये तस्वीरें पूरी तरह से नकली हैं और इन्हें डीप फेक टेक्नोलॉजी के जरिए बनाया गया है. अरुणिता की टीम ने भी इन तस्वीरों के फेक होने की पुष्टि की है.

क्या है डीप फेक?

डीप फेक एक उन्नत तकनीक है जिसमें मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके नकली वीडियो, ऑडियो और इमेजेस तैयार की जाती हैं. इस तकनीक का उपयोग करके किसी व्यक्ति की वास्तविक छवि या आवाज़ को बदलकर उसे किसी अन्य व्यक्ति के चेहरे या शरीर पर लगाया जा सकता है. इससे नई इमेज या वीडियो तैयार होती है, जो एकदम असली जैसी दिखती है.

उदाहरण के लिए, कई तस्वीरों को एक साथ मिलाकर या किसी सेलिब्रिटी के चेहरे को दूसरे व्यक्ति के शरीर पर लगाकर ऐसी नकली सामग्री बनाई जाती है जिसे पहचान पाना बेहद मुश्किल होता है. डीप फेक तकनीक इतनी सटीक होती है कि असली और नकली में फर्क करना आम लोगों के लिए कठिन हो जाता है.

अरुणिता की फेक तस्वीरें: असली की तरह दिखती हैं

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अरुणिता कांजीलाल की तस्वीरें भी इसी डीप फेक तकनीक का हिस्सा हैं. ये तस्वीरें किसी एआई (AI) टूल की मदद से तैयार की गई हैं. तस्वीरें इतनी साफ-सुथरी और सटीक तरीके से बनाई गई हैं कि पहली नजर में इन्हें असली समझ लेना स्वाभाविक है. यही वजह है कि कई लोग इन्हें सच मान रहे हैं.

पहली बार नहीं हुआ है डीप फेक का इस्तेमाल

यह पहला मौका नहीं है जब डीप फेक तकनीक का इस्तेमाल किसी सेलिब्रिटी को लेकर किया गया हो. इससे पहले रश्मिका मंदाना, काजोल, और आलिया भट्ट जैसी कई अभिनेत्रियों के भी डीप फेक वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी हैं. इन फेक तस्वीरों और वीडियो ने भी काफी भ्रम फैलाया था, जिससे सेलिब्रिटीज की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने की कोशिश की गई थी.

डीप फेक का असर और इसके खतरें

डीप फेक तकनीक के इस्तेमाल से न केवल फेक खबरें और अफवाहें फैलती हैं, बल्कि यह किसी की निजी और पेशेवर जिंदगी पर भी बुरा असर डाल सकती है. इस तकनीक का इस्तेमाल करके किसी की छवि खराब करना या लोगों को गुमराह करना बेहद आसान हो गया है. इसलिए, जरूरी है कि लोग इस तरह की वायरल हो रही सामग्री को आंख मूंदकर सच न मानें, बल्कि इसकी सत्यता की जांच करें.

कैसे करें डीप फेक का पता?

डीप फेक का पता लगाना आसान नहीं है, लेकिन कुछ संकेतों से इसकी पहचान की जा सकती है:

  1. असामान्य चेहरे की हरकतें: डीप फेक वीडियो में कभी-कभी चेहरे की हरकतें सामान्य नहीं होतीं.
  2. रोशनी में बदलाव: अक्सर डीप फेक वीडियो में लाइटिंग असामान्य होती है.
  3. ऑडियो मिसमैच: अगर वीडियो के साथ ऑडियो मेल नहीं खा रहा, तो यह फेक हो सकता है.

इन बिंदुओं पर ध्यान देकर आप डीप फेक कंटेंट से बच सकते हैं और सही जानकारी पा सकते हैं.

निष्कर्ष

अरुणिता कांजीलाल जैसी सेलिब्रिटीज को लेकर वायरल हो रही डीप फेक तस्वीरें फेक और गुमराह करने वाली हैं. ऐसी नकली सामग्री के चलते यह जरूरी है कि हम सोशल मीडिया पर किसी भी जानकारी को सच मानने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें. डीप फेक तकनीक के खतरों से बचने के लिए हमें सतर्क रहना होगा और सही स्रोतों से जानकारी प्राप्त करनी होगी.

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